13 अगस्त 2025 आज देश में free Wi-Fi यानी मुफ्त इंटरनेट की बात हो रही है—लेकिन इस बार कुछ नया है।
अब यह पहल सिर्फ रेलवे स्टेशनों तक सीमित नहीं। Eutelsat और टाटा ग्रुप की Nelco ने मिलकर OneWeb LEO satellite–based connectivity लाने की योजना बनाई है।इस गठजोड़ से भारत में कहीं भी—जंगल हो, पहाड़, समुद्र के बीच या आसमान में—इंटरनेट पहुंचना आसान हो जाएगा।
Free Wi-Fi” की राह में बड़ा कदम
यह योजना Google Station जैसा पारंपरिक free-Wi-Fi मॉडल नहीं है, जो कभी रेलवे स्टेशनों तक सीमित था . अब यह पूरे देश में, समुद्री रास्तों पर, और विमान में भी काम करेगा।
कौन हैं इससे जुड़े:
- Eutelsat: यह फ्रांस की सैटेलाइट कंपनी है, उत्पादक यानी प्रोड्यूसर।
- OneWeb India Communications: Eutelsat की भारतीय इकाई, इसी के ज़रिए सेवा दी जाएगी।
- Nelco: टाटा ग्रुप की सैटेलाइट सेवा फर्म। यह भारत में सेवा देने का काम करेगी।
इस योजना का उद्देश्य क्या है?
- Low-latency, यानी बहुत कम विलंबता वाला इंटरनेट।
- सर्बस नेटवर्किंग—भूमि (land), जल (maritime), और वायु (aviation) में।
- मुख्य उद्देश्य सरकारी और उद्यम (enterprise) उपयोग को सुरक्षित और तेज कनेक्टिविटी प्रदान करना।
लाभ और प्रभाव
- दूरदराज़ इलाके जिए शुरुआत:
पहाड़, जंगल, दूर दराज़ गांव—अब यहाँ भी इंटरनेट पहुँचना संभव होगा। - सुरक्षा (National Security):बॉर्डर और समुद्री इलाके में सुरक्षित संवाद साधने में मदद मिलेगी।
- वित्तीय सुरक्षा और डिजिटल सेवाएं: संस्थाएँ अब तक डिजिटल रूप से पिछड़ी थीं, वे तक पहुँच बेहतर होगी।
- दिल्ली से दूर विमान-जल मार्ग पर नेटवर्क:जहाज़ या विमान—जहाँ भी दूरबीन (डिवाइस) हो, वहां कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
वाक़ई में क्या हुआ?
11 अगस्त 2025 को इस समझौते का ऐलान हुआ। Nelco के MD & CEO, P. J. Nath ने कहा कि यह कदम “digital ecosystem को आगे बढ़ाने” और “multi-orbit connectivity” की दिशा में महत्वपूर्ण है। Eutelsat की VP, Neha Idnani ने कहा कि यह साझेदारी भारत के digital और सुरक्षा लक्ष्यों को मजबूत करेगी।
पिछली पहल—Google Station और अन्य
अतुलनीय सफलता: Google ने 2016 में मुंबई स्टेशन से free Wi-Fi शुरू किया।चार वर्षों में यह 400 स्टेशन तक पहुँच चुका था और प्रति माह 8 मिलियन उपयोगकर्ता थे।
लेकिन Railway-based free-Wi-Fi अब पुरानी हो चली थी। नई पहल—Satellite LEO connectivity—उससे बिल्कुल अलग और व्यापक स्कोप देती है।
LEO (Low Earth Orbit) का महत्व
पारंपरिक GEO (Geostationary) सैटेलाइट्स से तेज और भरोसेमंद।जो applications ज़रूरतmand होती हैं, जैसे लाइव वीडियो, इमरजेंसी response, रिमोट-मनिटरिंग, डिजिटल शिक्षा—उनके लिए LEO सबसे उपयुक्त है।
यह छोटे satellites से काम करता है, latency कई गुना कम होती है।
विस्तार से समीक्षा (Summary)
पहलू | विवरण |
---|---|
तारीख | 11 अगस्त 2025 |
संस्था | Eutelsat + Nelco |
तकनीक | OneWeb LEO satellite |
उद्देश्य | free Wi-Fi जैसी सुविधा—लेकिन देशव्यापी, तेज, सुरक्षित |
लाभ | दूर-दराज़ इलाके, सुरक्षा संवर्धन, enterprise सेवा, विमान/जल मार्ग |
चुनौतियाँ | स्पेक्ट्रम मंजूरी, सुरक्षा नियम, अवसंरचना तैयारियाँ |
यह पहल free Wi-Fi से कहीं आगे है।
यह शुरुआत है—एक दूरदर्शी और व्यापक रूप से पहुंचने वाले इंटरनेट की जहाँ कहीं भी जरूरत हो, वहाँ मिले।
LEO-Satellite कनेक्टिविटी से भारत में डिजिटल विकास का नया युग शुरू हो सकता है—भले ही प्रतिकूल भौगोलिक चुनौताएं हों।